इलाहाबाद : कुंभनगरी में रेलकर्मियों के महाकुंभ में सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंक दिया गया है। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्र ने कहा कि अब तक ग्रुप आफ मिनिस्टर्स की रिपोर्ट आ जानी चाहिए थी, लेकिन नहीं आई है। इसलिए दिसंबर बाद आंदोलन किया जाएगा। 1वहीं रेलवे के गुट नार्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन (एनसीआरएमयू) की ओर से आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआइआरएफ) का 92वां राष्ट्रीय अधिवेशन केपी ग्राउंड में हो रहा है। अधिवेशन में देश भर से हजारों रेलकर्मी पहुंचे। कार्यक्रम के पहले दिन दोपहर को वर्किंग कमेटी की बैठक हुई और फिर शाम को आमसभा हुई। इसमें एआइआरएफ के महामंत्री शिवगोपाल मिश्र ने कहा कि सरकार ने सातवां वेतन लागू कर दिया लेकिन उसमें कई खामियां हैं। इन खामियों की सुधार के लिए जून जुलाई में आंदोलन किया था। आंदोलन जब तेज हुआ तो सरकार के मंत्रियों ने वार्ता की। ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने कमियां दूर करने का आश्वासन दिया। 3 मुद्दों पर अलग-अलग समितियां बनाई गई। भत्ते, पेंशन और वेतन विसंगतियों के लिए कमेटियां बनी है। चार महीने समय मांगा गया था। यह समय पूरा होने को है और रिपोर्ट अब तक नहीं हुई है। रिपोर्ट का दिसंबर तक इंतजार किया जाएगा, उसके बाद आंदोलन किया जाएगा। संगठन के अध्यक्ष रखालदास गुप्ता ने कहा कि रेलवे में कर्मियों की कमी है। सरकार कर्मियों की भर्ती न करके धीरे-धीरे निजीकरण की ओर विभाग को ले जाया जा रहा है, यह उचित नहीं है। इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ा जाएगा।

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