गेटमैन पर हमले चिंता जनक, सख्त कार्रवाई हो : शिवगोपाल मिश्रा

नई दिल्ली, 21 सितंबर। पठानकोट में चल रही नार्दर्न रेलवे मैन्स यूनियन की केंद्रीय कार्यकारिणी परिषद की बैठक से दिल्ली वापस लौटते ही महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने आज सुबह रोहिणी स्थित सरोज अस्पताल पहुंचकर असामाजिक तत्वों के हमले में घायल गेटमैन कुंदन कुमार और उनके परिवारजनो से मुलाकात कर उसके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा कुंदन का इलाज कर रहे डाक्टर पीके भारद्वाज से भी मुलाकात कर इलाज के सिलसिले में पूरी जानकारी ली।
मुलाकात के दौरान घायल गेटमैन कुंदन कुमार ने महामंत्री को बताया उसकी रात 12 बजे से ड्यूटी थी, वो आधे घंटे पहले ही गेट पर पहुंच कर अपने साथी को रिलीव कर दिया। उसने बताया कि थोड़ी देर बाद ही कुछ लोग आए और उसके साथी गेटमैन का नाम पूछने लगे, जिसे उसने रिलीव किया था। इस पर कुंदन ने बताया कि उसकी ड्यूटी खत्म हो गई और वो वापस जा चुका है, लेकिन वो नहीं माने और एक दम से हमला कर मुझे अधमरा कर दिया। बिहार निवासी कुंदन के भाई राजेन्द्र पाठक फिलहाल उसके साथ हैं । उनका महामंत्री से आग्रह था कि किसी तरह हम लोगों को वहां से हटा लें, क्योंकि उस गेट पर अब काम करने मे डर बना रहेगा।
महामंत्री ने आश्वस्त किया कि पहले आप अच्छी तरह से अपना इलाज कराएं, इलाज में किसी तरह की कोई आवश्यकता होगी तो उसे जरूर बताएं। इलाज में कोई कसर बाकी नहीं रखा जाएगा। जब आप ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए फिट हो जाएंगे तो भी अफसरों से बात कर हर संभव मदद जरूर की जाएगी। बाद में महामंत्री ने कुंदन का इलाज कर रहे डाक्टर पी के भारद्वाज से मुलाकात की और उसके स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से जानकारी ली। डाक्टर ने कहाकि कुंदन की हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। उसकी कटी हुई कलाई को जोड़ दिया गया है, लेकिन इसमें ताकत आने में थोड़ा वक्त लगेगा। कुंदन से मुलाकात के दौरान महामंत्री के साथ दिल्ली मंडल के सहायक मत्री विक्रम सिंह भी मौजूद थे।
उधर कल देर शाम मुगलसराय में गेट नंबर 32 पर तैनात गेटमैन पवन कुमार सिंह को भी कुछ असामाजिक तत्वों के हमले का शिकार होना पड़ा है। बताया गया कि कोई ट्रेन आ रही थी जिसकी वजह से उक्त गेट बंद था, लेकिन कुछ स्थानीय दबंग गेट खोलने के लिए दबाव बनाने लगे, पवन ने कहाकि अब गेट नहीं खुल सकता क्योंकि ट्रेन आने ही वाली है। इसी बात से नाराज उक्त दबंगों ने अपने 15- 20 और साथियों को बुला लिया और पवन पर हमला बोल दिया। पवन ने यहां से भागकर किसी तरह जान तो बचा ली है, लेकिन उसे चेहरे और आंख के पास काफी चोट आई है।
इस मामले को भी गंभीरता से लेते हुए सुबह ही महामंत्री ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनि लोहानी से फोन पर बात की और कहाकि ट्रेकमैन, गेटमैन पर लगातार हो रहे हमले चिंताजनक है। इस मामले में राज्यसरकार से बात कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कराए जाने की जरूरत है। इसके अलावा जब तक हमलावर पकड़े नहीं जाएंगे और उन्हें सजा नहीं मिलेगी, इन हमलों पर काबू पाना संभव नहीं होगा। महामंत्री ने सभी गेट पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाने की मांग बोर्ड चेरयमैन से की है।