नई दिल्ली। रेल मंत्रालय द्वारा पारित आदेश के विरोध में बृहस्पतिवार को ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन (एआईआरएफ) के आह्वान पर रेल कर्मचारियों ने डीआरएम कार्यालय पर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। विरोध प्र्शनकारियों को संबोधित करते हुए एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि 30 जनवरी 2017 के तुगलकी फरमान को अभी तक वापस न लिए जाना ‘‘ट्रेड यूनियन एक्ट’ का उल्लंघन है।डीआरएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए मिश्रा ने कहा कि एआईआरएफ के साथ हुई बातचीत में रेलकर्मियों की जायज मांगों को पूरा करने पर पूर्ण सहमति बन चुकी थी, लेकिन अब उसे लागू करने में टाल-मटोल वाला रवैया अपनाया जा रहा है, जिससे रेलकर्मियों में काफी रोष है। उन्होंने कहा कि एआईआरएफ की सभी संबद्ध यूनियनों ने रेल मंत्रायल के निर्णय के खिलाफ है। मिश्रा ने जानकारी देते हुए कहा कि आल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन और रेल कर्मियों के उग्र तेवर को देखते हुए रेल मंत्रालय ने फिलहाल 30 जनवरी 2017 के आदेश को 31 मार्च से लागू करने के अपने निर्णय को तीन महीने के लिए टाल दिया है। इस बीच बातचीत से रास्ता निकालने का विकल्प तलाशने के लिए कहा गया है। अगर उसके बाद भी रेलकर्मियों के पक्ष में रेल मंत्रालय का निर्णय नहीं आता है तो हम आगे की रणनीति तय करेंगे।
Railway Board can’t snatch our fundamental rights – Com. Shiva Gopal Mishra
