अमृतसर रेल हादसे का दुःख – लेकिन लोको पायलट और रेल कर्मचारियों को हादसे का जिम्मेदार ठहराना गलत – कामरेड शिव गोपाल मिश्र

 

आज आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महासचिव कामरेड शिव गोपाल मिश्र आरसीएफ में रेलवे यूनियन आर सी एफ के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद अमृतसर पहुंचे। अमृतसर में मीडिया के साथ वार्ता के दौरान उन्होंने दशहरा के मौके पर हुए रेल हादसे पर दुःख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों के साथ संवेदना प्रकट की। घटना के बाद हो रही राजनीती पर भी कामरेड शिव गोपाल मिश्र ने चिंता जाहिर की। उन्होंने आगे कहा कि घटना में किसी भी रेल कर्मचारी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। कामरेड मिश्र ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा की अगर रेलवे के लोको पायलट या अन्य किसी कर्मचारी को बिना मतलब परेशान किया गया तो AIRF/NRMU को एक्शन पर जाना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि मृतकों के परिवारों को सरकार उचित मुआवजा देने का बन्दोबस्त करे और घायलों के उपचार की उचित व्यवस्था का भी प्रबंध प्रशासन को करना चाहिए।

कामरेड शिव गोपाल मिश्र ने केंद्रीय कर्मचारियों और  रेल कर्मियों की मांगो को लेकर सरकार की ढुलमुल नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि सातवें वेतन आयोग के मुद्दों पर सरकार के मंत्रियों के समूह के साथ पिछले वर्ष हुई वार्ता में लिए गए फैसले लागू नहीं किये गए हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे में पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली पर भी सरकार के साथ आर पार की लड़ाई के लिए कर्मचारी तैयार और एकजुट रहें। पुरानी पेंशन के लिए उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों द्वारा किये जा रहे संघर्ष की भी उन्होंने सरहना की और उन्होंने युपी सरकार को मामले को गम्भीरता से लेने का आह्वान भी किया। आल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन (एआईआरएफ) के महामंत्री कामरेड शिवगोपाल मिश्रा ने कहा है कि सरकार रेलवे को टुकड़ों-टुकड़ों में बेचने की साजिश कर रही है, जिसका डटकर मुकाबला युवा रेल कर्मचारियों व अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर करेंगे। सरकार की मंशा को किसी भी कीमत पर पूरा नहीं होने देंगे, चाहे इसके लिए किसी भी हद तक जाना पड़े, इसके लिए फेडरेशन कभी भी नहीं हिचकेगा।

इस मौके पर इंजीनियरिंग ब्रांच के सचिव कामरेड ईश देवगन, अमृतसर वर्कशाप के शाखा सचिव कामरेड राजीव कुमार, ने महामंत्री को लोकल मुद्दों से भी अवगत करवाया। उन्होंने कामरेड शिव गोपाल मिश्र को रेलवे कलोनियों की बदत्तर हालत, सेफ्टी केटेगरी में कर्मचारियों की कमी और वर्कशाप में हो रहे निजीकरण के मुद्दों से भी अवगत करवाया। इस मौके पर कामरेड किशन कुमार, मदन लाल, कुलबीर सिंह, अजित वालिया, किशोर कुमार, विजय राणा, भारत भूषण, जसविंदर सिंह, गोल्डी, अश्विनी आदि मोजूद थे।