One Rank One Pension will be a key issue – Com. Shiva Gopal Mishra

लखनऊ:- भारतीय सैनिकों के बाद अब रेल कर्मियों ने भी वन रैंक, वन पेंशन की मांग रखी है। नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के दो दिवसीय द्विवार्षिक अधिवेशन में आज लखनऊ में रेल कर्मचारियों के लिए वन रैंक वन पेंशन लागू कराने के लिए आंदोलन की हुंकार भरी गई। इसके लिए रेलवे कर्मी 23 नवंबर से देश भर में हड़ताल पर रहेंगे।

लखनऊ के चारबाग स्टेडियम में आयोजित अधिवेशन में ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के केंद्रीय महामंत्री शिवगोपाल मिश्र ने कहा कि सेना को न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) में शामिल किया गया तो सिपाही से जनरल तक एक हो गए। केंद्र सरकार ने फैसला बदला और वन रैंक वन पेंशन भी मान लिया। अब रेलवे की बारी है। एनपीएस भी हटाएंगे और वन रैंक वन पेंशन भी लेंगे। मिश्र ने कहा वर्ष 1965 के जिस युद्ध विजय के 50 साल मनाए जा रहे हैं उसमें देश के रेलकर्मियों का भी विशेष योगदान रहा। नौ रेलकर्मियों ने पाकिस्तानी बमबारी में शहादत देने के बावजूद जम्मू और पंजाब में रेललाइन बिछाकर सेना की रसद और हथियारों की आपूर्ति की।

उन्होंने कहा कि अमेरिकी दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सरकारी तंत्र को समाप्त करने के साफ संकेत दिए हैं। रेलवे भी कर्मचारियों को जो बोनस देता है, उसकी उत्पादकता का फार्मूला बदलना चाहता है। रेलवे अब हानि को भी इसमें शामिल करना चाहता है। यह मंजूर नहीं होगा। कारखानों से अप्रेंटिस कर चुके बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने में महाप्रबंधक आनाकानी कर रहे हैं। एक अक्टूबर को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और मेंबर ऑफ स्टॉफ की मौजूदगी में एक बैठक कर अप्रेंटिस करने वाले युवाओं को नौकरी देने का आदेश फिर जारी करवाया जाएगा। इससे पहले एआइआरएफ के अध्यक्ष रखाल दास गुप्ता ने केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की। कहा कि रेलवे में 100 फीसद एफडीआइ की योजना को लागू नहीं होने दिया जाएगा।

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