Government is trying to make up failed economy with Indian Railways
मुरादाबाद: ऑल इंडिया मेंस रेल फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि ब्रिटेन समेत विश्व के कई देशों में फेल हो चुकी व्यवस्था को सरकार भारतीय रेलवे पर थोपने जा रही है। इसके विरोध में देश भर के रेल कर्मियों ने 23 नवंबर से हड़ताल पर जाने का मन बना लिया है। शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में श्री मिश्र ने कहा कि देवराय कमेटी की रिपोर्ट के बाद देश भर के रेल व केंद्र सरकार के कर्मियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। कर्मियों के बढ़ते विरोध को देखते हुए सरकार ने घोषणा तो की है कि रेलवे का निजीकरण नहीं करेंगे, लेकिन हालात ऐसे उत्पन्न किए जा रहे हैं जो रेलवे को निजीकरण की ओर ढकेल रहे हैं। भारतीय रेलवे कोई लाभ कमाने वाली संस्था नहीं है, बल्कि सामाजिक दायित्व का निर्वाह करने वाली संस्था है। ट्रेन में सफर करने वाले 95 प्रतिशत यात्री गरीब व मध्य आय वाले होते हैं। देवराय कमेटी की रिपोर्ट लागू होने के बाद सबसे अधिक नुकसान रेल यात्रियों को होना है, क्योंकि प्रचलित रेल मार्ग पर ट्रेनों का संचालन उद्योगपति घरानों द्वारा किया जाएगा, जिससे रेल का किराया व माल ढुलाई भाड़ा में वृद्धि हो जाएगी। उन्होंने कहा कि रेल के विकास के लिए पूंजी की आवश्यकता है। केंद्र सरकार जिस प्रकार सड़क बनाने, बिजली उत्पादन पर अनुदान दे रही है, उसी तरह से रेलवे के विकास के लिए बजट दे। उन्होंने कहा कि अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में कर्मचारी रेल उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए सेमीनार करेंगे, जिससे उपभोक्ता भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल सके। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार ट्रेड यूनियन की मांग नहीं मानती है तो 23 नवंबर से देश भर के रेलवे कर्मचारी हड़ताल पर जाने को तैयार हैं।मुरादाबाद, जासं : अखिल भारतीय लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन की जोनल बैठक में रिक्त पदों पर चालक की भर्ती करने की मांग की गयी। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि भारतीय रेलवे में 17 हजार चालक व सहायक चालक के पद रिक्त पड़े हैं। रेल प्रशासन इन्हें भरने के बजाय लगातार नई ट्रेनें चला रहा है। जिससे चालकों को छुट्टी तक नहीं मिल पाती है। नियम के विरुद्ध चालकों से लगातार 14 घंटे तक ट्रेन चलवाई जा रही है। बैठक में देवराय कमेटी को रद्द करने की मांग की गई। इसके अलावा कर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए राष्ट्रीय औद्योगिक श्रम पंचायत गठित करने पर जोर दिया गया। बैठक में एमएन प्रसाद, वीसी झा, परमजीत सिंह आदि उपस्थित थे।जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : नॉर्दन रेल मेंस यूनियन (नरमू) के मंडल परिषद की बैठक में रेल मंडल भर से आए रेल कर्मियों ने देवराज कमेटी के खिलाफ नवंबर माह में हड़ताल पर जाने का फैसला लिया। मनोरंजन सदन में आयोजित परिषद की बैठक में बैठक में एआइआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि रेलवे को निजीकरण की ओर जाने में रोकने के लिए युवा रेल कर्मियों को आगे आने की जरूरत है। युवा फ्रंट पर आएं और हड़ताल का नेतृत्व करें। मंडल मंत्री एमपी चौबे ने देवराज कमेटी की रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिसे कर्मचारी व रेल उपभोक्ता विरोधी बताया। बैठक में कमेटी के विरोध में 23 नवंबर की सुबह से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने को फैसला लिया। बैठक में मंडलीय कोषाध्यक्ष एके श्रीवास्तव के सेवा निवृत्त होने के बाद कोषाध्यक्ष का पद रिक्त होने की जानकारी दी। बैठक में सर्व सहमति से विजेंद्र कुमार शर्मा को कोषाध्यक्ष पद पर मनोनीत किया है। इस अवसर पर नरमू के मंडल अध्यक्ष धनश्याम ने भी संबोधित किया। बैठक नरमू के मंडल अध्यक्ष एके खन्ना, रोहित कुमार बाली, कुवंर खालिद, अशोक कुमार शुक्ला, सतीश शर्मा, राजेश चौबे, कुलदीप भागी समेत रेल मंडल के कर्मचारी उपस्थित थे।
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