ऑल इंडिया रेलवेमेंस फैडरेशन के महामंत्री कामरेड शिव गोपाल मिश्रा ने कहा है कि केंद्र सरकार भारतीय रेल को बेचने के प्रयास में है। मगर जब तक रेल कर्मचारियों के शरीर में रक्त की अंतिम बूंद है। रेलों को बेचने नहीं दिया जाएगा। मिश्रा शनिवार को सीनियर रेलवे इंस्टीट्यूट में एनडब्लूआरएयू की आेर से आयोजित जोनल मैकेनिकल कांफ्रेस में रेल कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि नई पेंशन नीति का विरोध जारी है, गारंटेड पेंशन योजना लागू करवाने के बाद ही वे दम लेंगे। एनडब्लूआरएयू के महामंत्री कॉमरेड मुकेश माथुर ने कहा कि इंजीनियरिंग के पदों को राजपत्रित बनाया जाए तथा सभी प्रकार की सुविधाएं जो राजपत्रित अधिकारी को मिलती है, उन्हें मिलनी चाहिए। कांफ्रेस की अध्यक्षता कर रहे जोनल अध्यक्ष भूपेंद्र भटनागर ने कहा कि रेलवे रोजाना के कार्यों को भी ठेके पर दे रही है जो गलत है। संचालन कार्यकारी अध्यक्ष सुनील व्यास ने किया। कार्यक्रम में भी कारखानों के कर्मचारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में कर्मचारी नेता विनीत मान, रामनिवास चौधरी, बजरंग सिंह, मोहन चेलानी, अरूण गुप्ता, मनोज परिहार, विपुल सक्सेना, मोहनलाल शर्मा, गिरधारी मंडाड सहित अन्य कई कर्मचारी नेता एवं कर्मचारी मौजूद थे।
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