बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने आज साफ किया कि भारतीय रेल का निजीकरण संभव ही नहीं है, रेल सुरक्षा की जिम्मेदारी किसी भी निजी कंपनी को नहीं दी जा सकती । मुख्यमंत्री ने कहाकि रेलवे की सेफ्टी को और संवेदनशील बनाने की जरूरत है। उधर ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के सातवें क्षेत्रीय युवा सम्मेलन को संबोधित करते हुए एआईआरएफ के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कहाकि केंद्रीय सरकार की नीतियां पूरी तरह कर्मचारी विरोधी है, आज भारतीय रेल के स्वरूप को बदलने की साजिश हो रही है, लेकिन रेल मजदूर अपने हक की लड़ाई लड़ने में पूरी तरह सक्षम हैं ।

युवा सम्मेलन में मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने कहाकि वो खुद रेलमंत्री रहे हैं, उन्हें पता है कि रेलवे का सिस्टम इतना बड़ा है कि जब तक सूक्ष्मता से पूरी चीजों को नहीं देखेंगे तब तक कुछ भी संभव नहीं है, और बिना पूरी जानकारी के किसी निष्कर्ष पर पहुंचना बेईमानी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप चाहे सड़क को जितना भी दुरुस्त कर लें और हवाई जहाज की सेवा भी कितनी बढ़ जाए, लेकिन रेलवे की भूमिका कभी खत्म नहीं हो सकती। राष्ट्रीय एकता का प्रतीक रेलवे का महत्व कभी कम नहीं होने वाला है। रेलवे के बिना देश को चलाना संभव नहीं है । आवश्यकता के अनुरूप इंतजाम और समस्या सुनकर निदान करना जरूरी है। जब रेलकर्मियों को खुश नहीं रखेंगे तो फिर रेलवे को कैसे ठीक से चला पाएंगे। आज रेलवे में बड़ी संख्या में युवा कर्मी है और युवाओं को भारतीय रेल के प्रति जागरूक और उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराना जरूरी है।

युवा सम्मेलन में महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कहाकि आज भारतीय रेल में सबसे बड़ी चुनौती युवा रेलकर्मियों के लिए ही है। उन्होंने कहाकि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर हम सरकार से आर पार करने जा रहे हैं, इसमें युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है। महामंत्री ने कहाकि आज जितनी सुविधाओं पर सरकार कटौती कर रही है, उन सबका असर खासतौर पर युवाओं पर ही पड़ने वाला है। श्री मिश्रा ने कहाकि हमारी कई मांगों पर अंतिम बात हो जाने के बाद भी रेल मंत्रालय आदेश जारी करने में हीला हवाली कर रहा है। उन्होंने बताया कि रनिंग एलाउंस के मामले में अंतिम बात हो चुकी है, फिर भी रेलमंत्री के स्तर पर फाइल रुकी हुई है। इसी तरह ट्रैकमैन के कटेगरी 10 20 20 50 के मामले में भी पूरी बात हो जाने के बाद भी फाइल क्लीयर नहीं की जा रही है।

महामंत्री युवाओं को को आगाह किया कि आज सरकार रेलवे के निजीकरण की ओर तेजी से बढ़ रही है, चूंकि हमारा फैडरेशन मजबूत है और हमने साफ कर दिया है कि अगर रेलवे के निजीकरण की कोशिश हुई तो हम बिना नोटिस के किसी भी समय हडताल पर जा सकते है और इस दौरान रेल का चक्का पूरी तरह जाम रहेगा। उल्लेखनीय है कि इस सातवें क्षेत्रीय युवा सम्मेलन में ईस्ट सेंट्रल जोन के पांचो मंडल से भारी संख्या संख्या मे युवाकर्मी मौजूद थे। सम्मेलन को मुख्य रूप से जोनल सेक्रेटरी एलएन पाठक, एस एन श्रीवास्तव समेत तमाम अन्य लोगों ने संबोधित किया।