8 मई 1974 में रेलवे की ऐतिहासिक हड़ताल के समय जॉर्ज फर्नांडिस एआईआरएफ (आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन  )  अध्यक्ष थे। एक मई को जॉर्ज फर्नांडिस उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक सभा को संबोधित करना था। .

 जार्ज को दिल्ली से लखनऊ पहुंचना था लेकिन तत्कालीन सरकार ने उनके जहाज को उड़ने नहीं दिया। वह देर रात लखनऊ पहुंचे। चारबाग गांधी उद्यान में सभा का आयोजन हुआ और आगे की रणनीति बनी। इसके बाद जॉर्ज को चारबाग रेलवे स्टेशन ले जाकर जिला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसको लेकर लखनऊ में आठ मई से शुरू होने वाली हड़ताल दो मई से ही शुरू हो गई। तत्कालीन मंडल अध्यक्ष केपी भट्ट बताते हैं कि हड़ताल 27 मई 1974 को समाप्त हुई। उन्होंने कहा कि 1975 में लगी इमरजेंसी में रेलवे हड़ताल की मुख्य भूमिका थी।.

वहीं नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन कारखाना मण्डल मंत्री अरुण गोपाल मिश्र ने पूर्व रक्षामंत्री के निधन पर शोक व्यक्त किया। इसी कड़ी में भारत रक्षा दल ट्रस्ट के संस्थापक श्रीनिवास राय ने भी जार्ज फर्नांडिस को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि फर्नांडिस साहब एक ऐसे राजनयिक थे जिन्होंने आपात काल मे जेल से ही विपक्ष के नेताओ को एक मंच पर लाने में महती भूमिका निभाई थी।.

श्रद्धांजलि सभा: मंगलवार को एआईआरएफ के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने नई दिल्ली में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इसमें फर्नांडिस को श्रद्धांजलि दी गई। चारबाग स्थित मंडलीय यूनियन कार्यालय पर कामरेड आरके पांडेय के नेतृत्व में एक शोक सभा का आयोजन हुआ। .

राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को वरिष्ठ राजनेता जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर दु:ख व्यक्त किया है। राज्यपाल ने शोक संदेश में कहा कि निर्भीक एवं मजदूरों के हितों के लिए लड़ने वाले योद्धा का निधन अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक संदेश में कहा कि जॉर्ज फर्नांडिस ने केंद्र सरकार के मंत्री के रूप में अपने दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। केन्द्र सरकार में रक्षा मंत्री के रूप में श्री फर्नांडिस ने उल्लेखनीय कार्य किया।