कठिन दौर से गुजर रही है रेल, संघर्ष को तैयार रहें : शिवगोपाल मिश्रा
नई दिल्ली, 17 अगस्त । नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन की स्टैंडिग कमेटी में महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने भारतीय रेल की चुनौतियों की चर्चा करते हुए कहाकि इस समय रेल और रेलकर्मचारी दोनों ही कठिन दौर से गुजर रहे हैं, इससे मुकाबला करने के लिए एकजुटता बहुत जरूरी है। महामंत्री ने कहाकि इस समय जब कोरोना के चलते मीटिंग वगैरह कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है, ऐसे में वर्चुअल मीटिंग के जरिए यूनियन कार्यकर्ताओं को संगठिन करने में काफी सुविधा रही है। केंद्रीय अध्यक्ष एस के त्यागी ने कहाकि यूनियन की ताकत बढ़ाने के लिए हमें संविदाकर्मियों और ठेका मजदूरों को यूनियन का सदस्य बनाने के लिए पूरी शिद्दत से मेहनत करना जरूरी है।
तय कार्यक्रम के अनुसार सुबह साढ़े ग्यारह बजे स्टैंडिग कमेटी की बैठक शुरु हो गई, इस बैठक में केंद्रीय पदाधिकारियों के अलावा मंडल मंत्री और मंडल अध्यक्ष के साथ ही महिला चेयरपर्सन और युवा कन्वीनर ने हिस्सा लिया। स्टैंडिग कमेटी को संबोधित करते हुए महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कहाकि मौजूदा सरकार की नीतियां पूरी तरह मजदूर विरोधी है, उसका हर फैसला कर्मचारियों के लिए अहितकारी है। अभी तक सरकार कर्मचारियों पर हमला बोल रही थी, उनका डीए फ्रीज किया, पदों को समाप्त करने की साजिश हुई, मल्टीस्कीलिंग की आड़ में कर्मचारियों के शोषण का रास्ता खोला जा रहा था, एआईआरएफ इन सबके खिलाफ लड़ाई लड़ रहा था, इसी बीच सरकार निजीकरण और निगमीकरण के एजेंडे को आगे बढ़ा दिया। अब 109 चुनिंदा रेलमार्ग पर 150 ट्रेनों का संचालन प्राईवेट पार्टनर को देने की बात हो रही है।
जो हालात है, उसमें अब हमारे पास संघर्ष के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। ये सही है कि विवाद के सभी मसलों पर बातचीत चल रही है, हमें बातचीत का रास्ता भी बंद नहीं करना है, लेकिन संघर्ष की रणनीति पर भी काम करना जरूरी है। महामंत्री ने कहाकि फैडरेशन की वर्किंग कमेटी एक छह सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, ये टीम आंदोलन की पूरी रणनीति तैयार करेगी । फिलहाल 14 से 19 सितंबर तक जन जागरण का कार्यक्रम तय है, 19 सितंबर को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन का फैसला किया गया है, इसमें कोशिश होगी कि आम आदमी को भी सरकार की दोषपूर्ण नीतियों की जानकारी दी जाए और प्रदर्शन में उन्हें भी शामिल किया जाए।
महामंत्री ने कहाकि यूनियन की ताकत उसकी मेंबरशिप से ही होती है। ये सही है कि इधर भारतीय रेल में बड़ी संख्या में कर्मचारी रिटायर तो हो रहे है, लेकिन भर्तियां उतनी नहीं हो रही है। ये चुनौती जरूर है, फिर भी कोशिश करना होगा कि हमारी मेंबरशिप में कमी न होने पाए। कई मंडलों ने बेहतर काम किया है, लेकिन कुछ लोगों को और मेहनत करने की जरूरत है। हालाकि अभी कोरोना के हालात ठीक नहीं है, लेकिन इस दौर में भी वर्चुअल मीटिंग के जरिए तमाम शाखाओं ने ब्रांच काउंसिल की मीटिंग, ट्रेड यूनियन एजूकेशन पोग्राम, महिलाओं की मीटिंग और युवा संवाद के साथ ही समीक्षा बैठक वगैरह की है। ज्यादातर लोगों ने अपनी रिपोर्ट केंद्रीय कार्यालय को भेजी भी है, लेकिन बहुत लोगों ने कार्यक्रम तो किया, लेकिन रिपोर्ट नहीं भेजी। पिछले स्टैंडिग कमेटी तय किया गया था कि जिन शाखाओं के चुनाव लंबित है, इस दौरान चुनाव करा लिए जाएं। इसमें कुछ स्थानों पर चुनाव हो गए, लेकिन कई जगह कोरोना की वजह से इसे आगे बढ़ाना पड़ा है। महामंत्री ने नौ अगस्त को रेल बचाओ देश बचाओ अभियान के तहत सभी मंडलों में हुए प्रदर्शनों और अन्य कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहाकि हमें आगे भी लड़ाई के लिए पूरी तरह तैयार रहना है।
केंद्रीय अध्यक्ष एस के त्यागी ने भी नौ अगस्त के कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहाकि ये जज्बा बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहाकि कुछ शाखाओं में कर्मचारियों की संख्या पांच सौ से भी कम हो गई है, ऐसी शाखाओं को अपनी मेंबरशिप को बढ़ाने के लिए संविदाकर्मियों और ठेका मजदूरों को भी यूनियन की सदस्यता देनी चाहिए। उन्होंने कहाकि एनआरएमयू ने अपने संविधान में सशोधन कर ठेका मजदूरों और संविदाकर्मियों को भी मेंबरशिप देने का अहम फैसला कर लिया है। इस मामले में लखनऊ के मंडल मंत्री आर के पांडेय की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया था, इस कमेटी की रिपोर्ट भी आ चुकी है। अध्यक्ष ने कहाकि हम लोगों ने तय किया था कि संसद सत्र के दौरान दिल्ली में भी एक विशाल प्रदर्शन किया जाएगा, चूंकि अब सत्र की शुरुआत होने वाली है, उसके बाद यूनियन द्वारा भी आगे की रणनीति तय की जाएगी।
केंद्रीय उपाध्यक्ष और जोनल महिला चेयरपर्सन प्रवीना सिंह ने महिलाओं के संगठन और उनके कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। चेयरपर्सन ने कहाकि संघऱ्ष में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी, ऐसे में अगर मंडल मंत्री इन महिलाओं को अभी से सहयोग करेंगे तो उनका संगठन भी और मजबूत हो जाएगा। उन्होने कहाकि कुछ मंडलों में महिलाओं की अभी बैठक प्रस्तावित है, इसमें भी मंडलमंत्री के सहयोग की अपेक्षा है। नेशनल युवा कन्वीनर प्रीति सिंह ने युवाओं की रिपोर्ट रखी और कहाकि नार्दर्न रेलवे में युवाओं का संगठन पहले से काफी मजबूत हुआ है, कुछ मंडलों को छोड़ दिया जाए तो बाकी जगह युवाओं के लगातार कार्यक्रम हो रहे है, वर्चुअल माध्यम से ट्रेड एजूकेशन प्रोग्राम भी लगातार चल रहे हैं।
स्टैंडिग कमेटी को मंडल मंत्री आर के पांडेय, सीएस बाजवा, अनूप शर्मा, राजेश चौबे, अरुण गोपाल मिश्रा, संजीव सैनी, उपेन्द्र सिंह और शैलेन्द्र सिंह के अलावा अध्यक्ष कुलविंद ग्रेवाल, किशन पहलवान, आलोक मिश्रा, एन के शर्मा, केंद्रीय कोषाध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव , केंद्रीय उपाध्यक्ष राम अवतार मीना, प्रवीन कुमार और सुभाष शर्मा ने भी संबोधित किया।
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