मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ 4.10.2018 को ब्लैक डे पर अमृतसर वर्कशाप में जोरदार रोष प्रदर्शन

सरकार और रेल प्रशासन की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ आल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के महामंत्री      का. शिव गोपाल मिश्र के आह्वान पर रेलवे वर्कशाप में 4 अक्टूबर को काला दिवस मनाया गया। सुबह गेट न. 2 पर वर्कशाप के तमाम साथियों ने काली पट्टी लगाकर सरकार और रेल प्रशासन के प्रति विरोध को प्रकट किया।            दोपहर 12:00 बजे प्रशासनिक ब्लाक के समक्ष इस मौके पर गेट मीटिंग का आयोजन भी किया गया। ब्लैक डे के अवसर पर आयोजित मीटिंग में सैंकड़ों की संख्या में कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। शाखा सचिव का. राजीव कुमार ने सातवें वेतन आयोग की मजदूर विरोधी सिफारिशों, पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली, मंत्रियों के समूह द्वारा न्यूनतम वेतन और फिटमेंट फैक्टर के बढ़ाने को लेकर दिए गए आश्वासन को लागू न करना, इंसेंटिव बोनस को लागू करने में देरी, सेफ्टी केटेगरी में रेल कर्मियों के बच्चों की भर्ती पर रोक आदि को लेकर रेलवे प्रशासन की निंदा की। उन्होंने कहा कि कामरेड शिव गोपाल मिश्र के नेतृत्व में यूनियन ने फैसला किया है कि अगर मांगे नहीं मानी जाती तो जल्द ही ‘वर्क टू रूल’ का नोटिस भी रेल प्रशासन को थमाया जाएग। उन्होंने पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली के लिए भी संघर्षरत रहने का आह्वान किया। उन्होंने का. बी.डी.मिश्र/मंडल मंत्री कारखाना मंडल, का. राम अवतार मीना और का. अरुण गोपाल मिश्र को कारखाना मंडल को सही दिशा निर्देश और मार्ग दर्शन देने के लिए धन्यवाद किया। का. किशन कुमार/मंडल अध्यक्ष ने मीटिंग को सम्बोधित करते हुए लार्जेस स्कीम को बंद करने के लिए रेलवे बोर्ड की निंदा की। उन्होंने बड़ी गिनती में शामिल होने पर साथियों का धन्यवाद किया।      का. मदन लाल ने मीटिंग की अध्यक्षता की।

मीटिंग में का. कुलबीर सिंह, का. किशोर कुमार, का. अजित वालिया, का. जसविंदर सिंह, का. राकेश कुमार, काम अश्विनी कुमार, का. भारत भूषण, का. विजय राणा, का. नरेश कुमार, कामरेड मान, कामरेड जतिंदर, कामरेड बावा, कामरेड तेजिंदर सिंह, का. राजेश खंडवाल, का. सुमित सिंह, का. अवतार सिंह, का. अवतार सिंह, आदि ने हिस्सा लिया।